बिटिया सृष्टि
चहकता संसार
बिटिया दृष्टि।
□
याद आ गये
गेंदा-गुलाब-जूही
हँसी बिटिया।
□
मोद मनाओ
बिटिया घर आयी
सोहर गाओ।
चहकता संसार
बिटिया दृष्टि।
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याद आ गये
गेंदा-गुलाब-जूही
हँसी बिटिया।
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मोद मनाओ
बिटिया घर आयी
सोहर गाओ।
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बेटी नभ में
जग का बोझ धरे
उड़ान भरे।
□
पिता मगन
शिखर पर बेटी
छूती गगन।
□
भीगे नयन
मायके आयी बिट्टो
यादें ही यादें।
□
आयी मायके
चहकती गुड़िया
ख़ुशी ही ख़ुशी।
□
विहँसी सृष्टि
महका कण-कण
हँसी बिटिया।
□
देख सितारे
मचल गयी गुल्लू
आँसू ही आँसू।
□
तारे गिनती
सहेली को बताती
चाँद-सी बेटी।
बेटी नभ में
जग का बोझ धरे
उड़ान भरे।
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पिता मगन
शिखर पर बेटी
छूती गगन।
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भीगे नयन
मायके आयी बिट्टो
यादें ही यादें।
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आयी मायके
चहकती गुड़िया
ख़ुशी ही ख़ुशी।
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विहँसी सृष्टि
महका कण-कण
हँसी बिटिया।
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देख सितारे
मचल गयी गुल्लू
आँसू ही आँसू।
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तारे गिनती
सहेली को बताती
चाँद-सी बेटी।
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